दोस्त की गर्लफ्रेंड को शर्त लगाकर चोदा!

sheetalhot

New Member
हैलो दोस्तों , मैं राहुल , दिल्ली से। पिछली बार मैंने आप सब को अपनी और अपनी भाभी की चुदाई की कहानी सुनाई थी। मैंने आपको बताया था कि मेरी भाबी की बहन मेरी कॉलेज की गर्लफ्रेंड थी जिसे मैंने बहुत चोदा था। तो आज मैं आप सब के लिए वो कहानी लेकर आया हूँ कि किस तरह मैंने अपने ही एक दोस्त की गर्लफ्रेंड को पहले चोदा फिर उसे अपनी गर्लफ्रेंड बना कर ३ साल तक लगातार चोदता रहा।

ये कहानी ४ साल पहले की है , मैं तब कॉलेज में पढता था। जैसा कि मैं अपनी हर कहानी में बताता हूँ कि मेरे लण्ड के चरचे हर जगह हैं। मेरा ७ इंची लोडा बहुत सी लड़कियों का सपना है। कॉलेज में भी मैंने अपने लण्ड का भरपूर फायदा उठाया था। उस समय मेरी ३ गर्लफ़्रेंड थी। उन तीन गर्लफ़्रेंड के अलावा भी मैं कभी कभी दूसरी लड़कियों का दुःख बाटने भी उनके रूम में चला जाता था। पर मेरी नजर कॉलेज के पहले दिन से एक लड़की पर थी। वो लड़की कॉलेज की सब से सूंदर लड़कियों में से एक थी। बाकि सब को तो लगभग चोद चूका था मैं बस एक वही रह गयी थी। वो कोई और नहीं सुनीता थी। पर २ साल बीत जाने पर भी में उसे अभी तक चोद नहीं पाया था , कारण था मेरा जिगरी दोस्त सुमित। वो दोनों एक दूसरे से सच्चा प्यार करते थे और इसी लिए आज तक सुनीता ने मुझे भाव भी नहीं दिया था। मेरी तीन गर्लफ्रेंड में से एक सुनीता की सब से अच्छी दोस्त भी थी।

मैं बस एक मोके की तलाश में था कि किसी तरह सुनीता को चोद पाऊं। हमारा दूसरा साल भी कॉलेज में खतम हो गया और कॉलेज में छुट्टियां हो गयी २ महीने की। हम सब अपने अपने घर चले गए छुट्टियां बिताने। सुमित हरियाणा का रहने वाला था और सुनीता मेरे शहर की ही थी। उस समय तक मुझे इस बात का पता नहीं था कि सुमित ने सुनीता को चोद चोद कर हवसी बना दिया है। और ये गर्मी की छुट्टियां और सुनीता की हवस मुझे उसे चोदने का मौका देने वाली थी। छुट्टियों को शुरू हुए १५ दिन हो चुके थे और एक दिन मुझे मेरी गर्लफ्रेंड ने बताया कि सुनीता और सुमित का झगड़ा चल रहा है। मैंने पूछा किस बात को लेकर झगड़ रहे हैं दोनों तो उसने बताया कि इस बारे में उसे भी कोई जानकारी नहीं है। मैंने सुमित को फ़ोन किया तो उसने बोला कि कुछ नहीं भाई रंडी है साली वो , अब मैं भी दुखी हो गया हूँ उस से। देखता हूँ अगर सुधर गयी तो साथ रहूंगा नहीं तो छोड़ दूंगा अब इसे मैं। पहली बार दोस्त के लिए दुःख नहीं लग रहा था बल्कि खुश था कयूकि मुझे मौका मिल गया था अब। पूरी कहानी पढ़े
 
Back
Top